शिव षडाक्षर स्तोत्र - Shiv Shadakshara Stotra

शिव षडाक्षर स्तोत्र Shiv Shadakshara Stotra

शिव षडाक्षर स्तोत्र एक अत्यंत शक्तिशाली और पवित्र स्तुति है, जो भगवान शिव को समर्पित है। यह स्तोत्र “ॐ नमः शिवाय” — इस षडाक्षर मंत्र के प्रत्येक अक्षर पर आधारित है, और प्रत्येक श्लोक में शिव के एक विशेष रूप का वर्णन किया गया है। यह स्तोत्र रुद्रयामल तंत्र से लिया गया है और इसे देवी पार्वती और भगवान शिव के संवाद से उत्पन्न माना जाता है। शिव षडाक्षर स्तोत्र का नियमित पाठ करने से साधक को मानसिक शांति, सुख, समृद्धि और मोक्ष की प्राप्ति होती है। यह स्तोत्र विशेष रूप से सावन, महाशिवरात्रि और सोमवार के दिन शिव मंदिर में श्रद्धा और भक्ति के साथ पढ़ा जाता है। यह शिवभक्तों के लिए आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त करता है।

Shiv Shadakshara Stotra Lyrics – शिव षडाक्षर स्तोत्र

शिव षडाक्षर स्तोत्र॥

ॐ कारं बिंदुसंयुक्तं नित्यं ध्यायंति योगिनः ।
कामदं मोक्षदं चैव ॐ काराय नमो नमः ।। १ ।।

नमंति ऋषयो देवा नमन्त्यप्सरसां गणाः ।
नरा नमंति देवेशं नकाराय नमो नमः ।। २ ।

महादेवं महात्मानं महाध्याय परायणम् ।
महापापहरं देवं मकाराय नमो नमः ।। ३ ॥

शिवं शांतं जगन्नाथं लोकानुग्रहकारकम् ।
शिवमेकपदं नित्यं शिकाराय नमो नमः ।। ४ ।।

वाहनं वृषभो यस्य वासुकि कंठभूषणम् ।
वामे शक्तिधरं देवं वकाराय नमो नमः ।। ५ ।।

यत्र यत्र स्थितो देवः सर्वव्यापी महेश्वरः ।
यो गुरुः सर्वदेवानां यकाराय नमो नमः ।। ६ ।।

षडक्षरमिदं स्तोत्र यः पठेच्छिवसंनिधौ ।
शिवलोकमवाप्नोति शिवेन सह मोदते ।। ७ ।।

।। इति शिव षडाक्षर स्तोत्र सम्पूर्णम् ।।

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