श्री भगवती देवी स्तोत्रम् - Shri Bhagwati Devi Stotram

श्री भगवती देवी स्तोत्रम् Shri Bhagwati Devi Stotram

श्री भगवती देवी स्तोत्रम् एक दिव्य स्तुति है जो माँ भगवती की महिमा का गुणगान करती है। यह स्तोत्र भक्तों को मानसिक शांति, आत्मबल और आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करता है। इसके पाठ से नकारात्मकता दूर होती है और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आता है। माँ के विभिन्न रूपों का वर्णन करते हुए यह स्तोत्र शक्ति, करुणा और संरक्षण का अनुभव कराता है। नवरात्रि, दुर्गा पूजा या किसी भी शक्ति उपासना के समय इसका पाठ विशेष फलदायी माना जाता है। यह न केवल भक्तों की आस्था को मजबूत करता है, बल्कि उन्हें जीवन की कठिनाइयों से लड़ने की प्रेरणा भी देता है। आइए जानें इस स्तोत्र के लाभ, अर्थ और पाठ विधि, और माँ भगवती की कृपा से जीवन को करें आलोकित।

Shri Bhagwati Devi Stotram Lyrics – श्री भगवती देवी स्तोत्रम्

श्री भगवती देवी स्तोत्रम्॥

जय भगवति देवी नमो वरदे, जय पापविनाशिनी बहुफलदे ।
जय शुम्भनिशुम्भ कपालधरे, प्रणमामि तु देवी नरार्तिहरे ।। १ ।।

जय चन्द्रदिवाकरनेत्रधरे, जय पावकभूषितवक्त्रवरे ।
जय भैरवदेहनिलीन हरे, जय अंधक दैत्यविशोषकरे ।। २ ।।

जय महिषविमर्दिनि शूलकरे, जय लोकसमस्त पापहरे।
जय भगवति देवी नमो वरदे, जय पापविनाशिनी बहुफलदे ।। ३ ।।

जय षण्मुखसायुधईशनुते, जय सागरगामिनि शम्भुनुते ।
जय दुःखदरिद्रविनाशकरे, जय पुत्रकलत्रविवृद्धिकरे ।। ४ ।।

जय भगवति देवी नमो वरदे, जय पापविनाशिनी बहुफलदे ।
जय देवि समस्तशरीरधरे, जय नाकविदर्शिनि दुःखहरे ।। ५ ।।

जय व्याधिविनाशिनि मोक्षकरे, जय वांछितदायिनि सिद्धिवरे ।
जय भगवति देवी नमो वरदे, जय पापविनाशिनी बहुफलदे ।। ६ ।।

एतद्व्यासकृतं स्तोत्रं यः पठेन्नियतः शुचिः ।
ग्रहे वा शुद्धभावेन प्रीता भगवती सदा ।। ७ ।।

।। इति श्री भगवती देवी स्तोत्रम् सम्पूर्णम् ।।

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