गणेश आरती एक प्रकार की पूजा है जिसमें गणेश जी की महिमा गाई जाती है। यह आरती भगवान गणेश के समर्पक भक्तों द्वारा प्रतिदिन की जाती है। इसका महत्व विशेष रूप से विधिवत् रूप से पाठ किया जाने के बाद समझा जाता है। सूर्य की किरणों से प्रकाशित भव्य चेहरा, सुंदर लालाट और मुस्कान के साथ विश्वमय आंखें। स्वर्णमय वस्त्र में आवेशित, हाथ में उन्हें लुटे हुए मोदक और पुष्प की माला। यह सब आदिपुज्य भगवान गणेश के विशेष आराध्यता के प्रतीक हैं। गणेश आरती एक प्रमुख धार्मिक आयोजन है जो उनकी पूजा-अर्चना में श्रद्धालुओं द्वारा प्रदर्शित की जाती है। यह आरती एक मन्त्रमुग्ध वातावरण में भक्ति की भावना को प्रकट करने का सशक्त माध्यम है। (See गणेश चालीसा Hindi)
श्री गणेशजी की आरती पाठ Ganesh ji ki Aarti Lyrics
॥ श्री गणेशजी की आरती ॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी ।
माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी ॥ 2x
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
पान चढ़े फल चढ़े, और चढ़े मेवा ।
लड्डुअन का भोग लगे, संत करें सेवा ॥2x
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया ।
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया ॥ 2x
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
‘सूर’ श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा ।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ 2x
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी ।
कामना को पूर्ण करो, जाऊं बलिहारी ॥2x
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
Ganesh Aarti Lyrics in Hindi PDF श्री गणेश आरती PDF
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आरती का महत्व
गणेश आरती में गाए जाने वाले श्लोक और गान हमें भगवान गणेश के प्रति आराधना की भावना से युक्त करते हैं। इसके माध्यम से हम उनके पावन दरबार में जाने और उनके वरदानों को प्राप्त करने का अवसर प्राप्त करते हैं। आरती में जो भजन और श्लोक गाए जाते हैं, वे गणेश भगवान की कृपा और आशीर्वाद को आह्वानित करने के लिए उपयोगी होते हैं। इससे हमें मानसिक शांति, सुख, समृद्धि और समाधान की प्राप्ति होती है।
गणेश आरती के लाभ
गणेश आरती का पाठ करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं और व्यक्ति को आनंद, शांति और समृद्धि मिलती है। यह आरती भगवान गणेश की कृपा को प्राप्त करने का एक मार्ग है और इसे नियमित रूप से करने से जीवन में सफलता और सुख की प्राप्ति होती है। यहां हम गणेश आरती के कुछ महत्वपूर्ण लाभों को देखते हैं:
मानसिक शांति
गणेश आरती का पाठ मानसिक तनाव और चिंताओं को कम करने में सहायता करता है। यह हमारे मन को शांत, स्थिर और संतुलित बनाता है, जिससे हम अपने जीवन को सुखी और समृद्ध बना सकते हैं।
समृद्धि और सफलता
गणेश आरती के पाठ से हमें समृद्धि और सफलता की प्राप्ति होती है। भगवान गणेश की कृपा से नए उद्योग या कारोबार में सफलता प्राप्त होती है और विपणित दूर होते हैं।
आध्यात्मिक संवाद
गणेश आरती का पाठ करने से हम आध्यात्मिक संवाद में आते हैं और भगवान गणेश के साथ अपनी आत्मा को जोड़ते हैं। यह हमें आध्यात्मिक विकास और आनंद की प्राप्ति में मदद करता है।
नए शुरुआतों की संभावना
गणेश आरती के जाप से हमें नई शुरुआतों की संभावना मिलती है। यह हमें नए कार्यों और परियोजनाओं के लिए सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है और हमें उन्नति और सफलता की ओर आगे बढ़ने का सामर्थ्य प्रदान करता है।
प्रार्थना की शक्ति
गणेश आरती पढ़ने से हमारी प्रार्थनाएं भगवान तक पहुंचती हैं और हमें उनकी कृपा प्राप्त होती है। यह हमें आदर्श जीवन और संतुष्टि की प्राप्ति के लिए शक्ति प्रदान करता है।
आरती के दौरान की जाने वाली गतिविधियाँ
आरती के दौरान भक्तों द्वारा दीपक, धूप, फूल, नैवेद्य, और पुष्पांजलि की अर्पण की जाती है। इसके साथ ही आरती गाने के दौरान भक्त आपस में मिलकर ध्यान और भक्ति के साथ पूजा करते हैं।
अद्वितीय प्रश्नोत्तर (FAQs)
गणेश आरती का पाठ कैसे किया जाता है?
गणेश आरती को विशेष प्रकार से पढ़ा जाता है, जिसमें आरती की थाली घुमाई जाती है और आरती के मंत्र गाए जाते हैं।
क्या गणेश आरती का पाठ करने से कुछ लाभ होता है?
जी हां, गणेश आरती का पाठ करने से हमें मनोशांति, सुख, धन, शुभकामनाएं और आशीर्वाद मिलता है।
क्या गणेश आरती का पाठ करने से शुभता आती है?
हां, गणेश आरती का पाठ करने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और शुभता आती है।