भारतीय साहित्य और संस्कृति में अनगिनत धार्मिक ग्रंथों में से एक है “खाटू श्याम चालीसा.” यह चालीसा एक विशेष भगवान, खाटू श्याम, की महिमा और आराधना को समर्पित है। खाटू श्याम चालीसा एक धार्मिक पाठ है जिसमें भगवान की कृपा और आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए प्रार्थना की जाती है। इसमें खाटू श्याम के विशेष स्वरूप की महिमा है जो हिन्दू सामाजिक संस्कृति में महत्वपूर्ण है।
Sri Khatu Shyam Chalisa Lyrics Hindi – श्री खाटू श्याम चालीसा पाठ
श्री खाटू श्याम जी चालीसा
॥ दोहा ॥
श्री गुरु चरणन ध्यान धर, सुमीर सच्चिदानंद ।
श्याम चालीसा भजत हूँ, रच चौपाई छंद ॥
॥ चौपाई ॥
श्याम-श्याम भजि बारम्बारा । सहज ही हो भवसागर पारा ॥१
इन सम देव न दूजा कोई । दिन दयालु न दाता होई ॥२
भीम पुत्र अहिलावती जाया । कही भीम का पौत्र कहलाया ॥३
यह सब कथा कही कल्पांतर । तनिक न मानो इसमें अंतर ॥४
बर्बरीक विष्णु अवतारा । भक्तन हेतु मनुज तन धारा ॥५
वसुदेव देवकी प्यारे । जसुमति मैया नंद दुलारे ॥६
मधुसूदन गोपाल मुरारी । वृजकिशोर गोवर्धन धारी ॥७
सियाराम श्री हरि गोविंदा । दिनपाल श्री बाल मुकुंदा ॥८
दामोदर रणछोड़ बिहारी । नाथ द्वारकाधीश खरारी ॥९
नरहरि रूप प्रहलद प्यारा । खम्भ फारि हिरनाकुश मारा ॥१०
राधावल्लभ रुक्मणी कंता । गोपी बल्लभ कंस हनंता ॥११
मनमोहन चित चोर कहाए । माखन चोरि-चारि कर खाए ॥१२
मुरलीधर यदुपति घनश्यामा । कृष्ण पतित पावन अभिरामा ॥१३
मायापति लक्ष्मीपति ईशा । पुरुषोत्तम केशव जगदीशा ॥१४
विश्वपति जय भुवन पसारा । दीनबंधु भक्तन रखवारा ॥१५
प्रभु का भेद न कोई पाया । शेष महेश थके मुनिराया ॥१६
नारद शारद ऋषि योगिंदर । श्याम-श्याम सब रटत निरंतर ॥१७
कवि कोदी करी कनन गिनंता । नाम अपार अथाह अनंता ॥१८
हर सृष्टी हर सुग में भाई । ये अवतार भक्त सुखदाई ॥१९
ह्रदय माही करि देखु विचारा । श्याम भजे तो हो निस्तारा ॥२०
कौर पढ़ावत गणिका तारी । भीलनी की भक्ति बलिहारी ॥२१
सती अहिल्या गौतम नारी । भई शापवश शिला दुलारी ॥२२
श्याम चरण रज चित लाई । पहुंची पति लोक में जाही ॥२३
अजामिल अरु सदन कसाई । नाम प्रताप परम गति पाई ॥२४
जाके श्याम नाम अधारा । सुख लहहि दुःख दूर हो सारा ॥२५
श्याम सलोवन है अति सुंदर । मोर मुकुट सिर तन पीतांबर ॥२६
गले बैजंती माल सुहाई । छवि अनूप भक्तन मान भाई ॥२७
श्याम-श्याम सुमिरहु दिन-राती । श्याम दुपहरी कर परभाती ॥२८
श्याम सारथी जिस रथ के । रोड़े दूर होए उस पथ के ॥२९
श्याम भक्त न कही पर हारा । भीर परि तब श्याम पुकारा ॥३०
रसना श्याम नाम रस पी ले । जी ले श्याम नाम के ही ले ॥३१
संसारी सुख भोग मिलेगा । अंत श्याम सुख योग मिलेगा ॥३२
श्याम प्रभु हैं तन के काले । मन के गोरे भोले-भाले ॥३३
श्याम संत भक्तन हितकारी । रोग-दोष अध नाशे भारी ॥३४
प्रेम सहित जब नाम पुकारा । भक्त लगत श्याम को प्यारा ॥३५
खाटू में हैं मथुरावासी । पारब्रह्म पूर्ण अविनाशी ॥३६
सुधा तान भरि मुरली बजाई । चहु दिशि जहां सुनी पाई ॥३७
वृद्ध-बाल जेते नारि नर । मुग्ध भये सुनि बंशी स्वर ॥३८
हड़बड़ कर सब पहुंचे जाई । खाटू में जहां श्याम कन्हाई ॥३९
जिसने श्याम स्वरूप निहारा । भव भय से पाया छुटकारा ॥४०
॥ दोहा ॥
श्याम सलोने संवारे, बर्बरीक तनुधार ।
इच्छा पूर्ण भक्त की, करो न लाओ बार॥
Khatu Shyam Chalisa Lyrics in Hindi PDF श्री खाटू श्याम चालीसा PDF
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खाटू श्याम चालीसा के लाभ
खाटू श्याम चालीसा को पढ़ने का सही तरीका और कुछ महत्वपूर्ण अनुशासनों के साथ इसका पाठ करना आपके लिए अधिक फलकारी हो सकता है। इस चालीसा का पाठ करने से मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है और व्यक्ति अधिक सकारात्मक बनता है। इसमें भगवान के दर्शन का आनंद लेने से श्रद्धालु में एक अद्वितीय सुख महसूस होता है।
खाटू श्याम के कृपा प्रसाद
इस भगवान की कृपा और आशीर्वाद के कई प्रमाण हैं जो भक्तों को मिलते हैं। किसी की जरुरतों को पूरा करने और संबल प्रदान करने में इसकी अद्वितीयता है। भक्तों का मानना है कि खाटू श्याम चालीसा का पाठ करने से उन्हें सुरक्षा और शांति मिलती है, और जीवन की कठिनाइयों में भगवान की कृपा से उन्हें सहायता होती है। चालीसा के पठन से जुड़े कई चमत्कारी घटनाएं रिपोर्ट की गई हैं, जिससे भक्तों का आस्था और भगवान के प्रति विश्वास मजबूत होता है।रता है।
Conclusion (निष्कर्ष)
खाटू श्याम चालीसा केवल एक मंत्र नहीं है; यह एक पवित्र यात्रा है जो सांसारिक और दिव्य को जोड़ती है। आध्यात्मिकता, संस्कृति और व्यक्तिगत जीवन पर इसका गहरा प्रभाव पड़ता है। हम जैसे ही हम खाटू श्याम चालीसा के पाठ में उतरते हैं, हमें एक कालातीत रत्न मिलता है जो समय और स्थान की सीमाओं को पार करता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ’s)
क्या खाटू श्याम चालीसा किसी विशेष धर्म या पंथ के लिए है?
नहीं, खाटू श्याम चालीसा धार्मिक सीमाओं से परे है और विभिन्न मत के लोगों द्वारा इसे किया जाता है।
क्या मैं हिंदी बिना समझे खाटू श्याम चालीसा का पाठ जाप कर सकता हूँ?
हां, पाठ कर सकते हैं, लेकिन अर्थ को समझने से गहराई बढ़ जाती है।
क्या खाटू श्याम चालीसा का जाप करने का कोई विशेष समय या अवसर है?
हालाँकि इसका जाप किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन कुछ अवसरों या त्योहारों का विशेष महत्व होता है।
क्या खाटू श्याम चालीसा का जाप करने का कोई निश्चित समय है?
भक्त अक्सर सुबह या शाम को जप /पाठ के लिए अनुकूल पाते हैं, लेकिन इसका कोई सख्त नियम नहीं है, और यह किसी भी समय पाठ किया जा सकता है।